Dr. Prabha's Glow Laser Clinic – Face The World with Confidence

Mon - Sat : 10:30 am to 6:30 pm
SUNDAY : 10:30 am - 1:30 pm

पराश्रव्य और रेडियो तरंगें भर रही हैं, त्वचा में नवजीवन

आयुर्वेद और अन्य चिकित्सा विधाओं में ध्वनि तरंगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभावों की चर्चा और ज़िक्र सदियों से मिल रहा है ।

उच्च स्तरौ: ध्वनिरुक्षो विज्ञेय: वातजाबुधै
गम्भीरोधनशीलस्य , ज्ञातव्य: पित्तजो ध्वनी : ।।
स्निग्धस्य सुकुमारस्य मधुर: कफजो ध्वनी: ।
त्रयाणं गुण संयुक्तो विज्ञेय: सन्निपातज: ।।

अर्थात् वात , पि्त्त , कफ , सन्निपात , ज्वर जैसे रोगों में ध्वनि चिकित्सा प्रभावी है ।

विभिन्न मनोविकारों में भी विशेष आयाम की ध्वनि तरंगों के प्रयोग से वांछित परिणाम देखने को मिले हैं ।

चिकित्सा विज्ञान की आधुनिक विधा “ एस्थेटिक मेडिसिन “ में विशेष प्रकार की ध्वनि तरंगों के प्रयोग से त्वचा की विभिन्न परतों और कोशिकाओं के पुनर्निर्माण द्वारा एन्टी एजिंग प्रभाव लाये जा रहे हैं ।

“मेडविसाज “ ऐसी ही एक तकनीक है जिसमें अल्ट्रासाउन्ड और रेडियोफ्रीक्वेन्सी तरंगों का प्रयोग किया जाता है ।

दो प्रकार की तरंगों के सम्मिश्रण से त्वचा की विभिन्न परतों में एक साथ सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने की संभावना को “ मेडविसाज “ तकनीक के माध्यम से साकार किया गया है । जहाँ एक तरफ़ रेडियोफ्रीक्वेन्सी तरंगें त्वचा की मध्य परत डर्मिस में ऊष्मीय प्रभाव उत्पन्न करके कोलेजन एवं इलास्टिन नामक रेशों के पुनर्निमाण को प्रेरित करती हैं वहीं अल्ट्रासाउन्ड तरंगें त्वचा के नीचे उपस्थित एडीपोज टिशू या फ़ैटी परत में उपापचय को सक्रिय करके ऊतकों को पुनर्जीवन देती हैं ।

ये तकनीक पूर्णतया सुरक्षित है । रेडियोफ्रीक्वेन्सी तरंगों का प्रयोग रेडियो , राडार , माइक्रोवेव , कम्प्यूटर तथा सैटेलाइट में किया जाता है । अल्ट्रासाउन्ड तरंगें गर्भ में बढ़ रहे शिशु की जाँच हेतु प्रयोग की जाती रही हैं ।

त्वचा में उपयोगिता

१ – बारीक रेखाओं और झुर्रियों में लाभकारी
२ – लिम्फैटिक ड्रेनेज को बढ़ाकर त्वचा में चमक लाना
३ – कोलेजन / इलास्टिन रेशों के पुनर्निर्माण से त्वचा में कसाव लाना
४ – अवांछित ज़िद्दी चर्बी /सेल्युलाइट से छुटकारा
५ – त्वचा में रक्त प्रवाह बढ़ने से ग्लो आता है
६ – चेहरे और गर्दन की लटकती त्वचा /डबल चिन में लाभकारी

विशेष

जो लोग जवाँ दिखने की चाहत रखते हैं परन्तु किसी केमिकल / सुई या सर्जरी से परहेज़ रखना चाहते हैं उनके लिये “ मेडविसाज “ आशा की नई किरण है क्योंकि यह तकनीक नॉन सर्जिकल है , दर्द रहित है और इसमें किसी भी प्रकार के वाह्य केमिकल या टॉक्सिन का प्रयोग नहीं किया जाता है । तकनीक प्राकृतिक रूप से त्वचा की कोशिकाओं के पुनर्निर्माण को सुरक्षित ध्वनि तरंगों द्वारा प्रेरित करती है ।

ट्रीटमेण्ट प्रोटोकॉल

सामान्यतया छ: सिटिंग्स या सेशन की आवश्यकता होती है । पहली चार सिटिंग्स एक -एक हफ़्ते के अन्तराल पर ली जाती हैं । एक सिटिंग में लगभग एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है । ये चिकित्सा बहुत ही रिलैक्सिंग और मन को शान्त करने वाली है ।

पाँचवीं सिटिंग चौथी सिटिंग के एक महीने बाद तथा छठी पाँचवीं के तीन महीने बाद देने का प्रावधान है । जो आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सक के परामर्श से पहले या बाद में भी ली जा सकती है । वांछित परिणाम एक से दो हफ़्ते में दिखने शुरू हो जाते हैं और त्वचा की नियमित देखभाल करके डेढ़ से दो वर्ष तक रहते हैं । तत्पश्चात् चिकित्सक के परामर्श से मेन्टेनेन्स सिटिंग्स एक या दो महीने के अन्तराल पर ली जा सकती हैं ।

किसे चिकित्सा नहीं लेनी चाहिये?

हियरिंग एड्स और हार्ट में पेस मेकर लगे हुये व्यक्ति ये चिकित्सा नहीं ले सकते ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *